4 . भारतीय
कलांचा इतिहास
बहुपर्यायी
प्रश्न 10वी
इतिहास
Maharashtra State Board
#SSC
4.History
of Indian Arts MCQ
SSC History Multiple Choice Question
1 |
स्वत:ला
आलेले अनुभव आणि
त्यातून प्राप्त झालेले
ज्ञान तसेच मनातील
भावभावना इतरांपर्यंत पोचवाव्या
ही प्रत्येक व्यक्ती
सहजप्रवृत्ती असते. या
सहजप्रवृत्तीच्या प्रेरणेतून
निर्माण झालेल्या एखाद्या
सौंदर्यपुर्ण निर्मितीला ……. असे
म्हटले जाते. |
अ |
आकृती |
ब |
कला |
क |
मूर्ती |
ड |
निर्मिती |
उत्तर |
कला |
2 |
कलानिर्मितीच्या मुळाशी कलाकाराची
……. हे
घटक अत्यंत महत्त्वाचे
असतात. |
अ |
कल्पकता |
ब |
संवेदशीलता,
भावनाशीलत |
क |
कौशल्य |
ड |
वरीलपैकी
सर्व |
उत्तर |
वरीलपैकी सर्व |
3 |
दृक्कला
आणि ललित अशी
……… विभागणी केली जाते. |
अ |
कलाप्रकारांची |
ब |
कलापरंपराची |
क |
कलाप्रकार
व कलापरंपरा दोन्हीची |
ड |
शिल्पकलाची |
उत्तर |
कलाप्रकारांची |
4 |
ललित
कलांना ……. कला असेही
म्हणतात. |
अ |
दृक्कला |
ब |
लोककला |
क |
आंगिक |
ड |
अभिजात |
उत्तर |
आंगिक |
5 |
दृक्कलांचा
उगम …….. काळातच झाला
आहे. |
अ |
आधुनिक |
ब |
अत्याधुनिक |
क |
अतिप्राचीन |
ड |
प्रागैऐतिहासिक |
उत्तर |
प्रागैऐतिहासिक |
6 |
लोककला
आणि अभिजात कला
अशा कलेच्या दोन
………. मानल्या जातात. |
अ |
प्रकार |
ब |
परंपरा |
क |
भाषा |
ड |
शैली |
उत्तर |
परंपरा |
7 |
……… ही
अश्मयुगीन काळापासून अखंडीतपणे
चालत आलेली परंपरा
आहे. |
अ |
दृक्कला |
ब |
ललित
कला |
क |
लोककला |
ड |
अभिजात
कला. |
उत्तर |
लोककला |
8 |
लोककलेची
निर्मिती ……. यांच्या प्रत्यक्ष
सहभागातून होते. |
अ |
कलाकार |
ब |
लोक |
क |
राजा |
ड |
चित्रकार |
उत्तर |
लोक |
9 |
……… कला
आत्मसात करण्यासाठी दीर्घकालीन
प्रशिक्षणाची आवश्यकता असते. |
अ |
लोककला |
ब |
अभिजात
कला |
क |
दृक्कला |
ड |
शिल्पकला |
उत्तर |
अभिजात कला |
10 |
कलानिर्मितीची प्रत्येक कलाकाराची
स्वतंत्र पध्दत म्हणजे
….. असते. |
अ |
शैली |
ब |
कलाकाराची
पध्दत |
क |
कलाकाराची
ओळख |
ड |
कलाकाराची
भाषा |
उत्तर |
शैली |
11 |
एखादी
पध्दत जेव्हा परंपरेची
स्वरूप धारण करते
तेव्हा ती विशिष्ट
…….. म्हणून ओळखली जाते. |
अ |
कलाकाराची
ओळख |
ब |
कलापध्दत
|
क |
कलाशैली |
ड |
कलानिर्मिती |
उत्तर |
कलाशैली |
12
|
कलाशैलीचे
उदाहरण म्हणून ………. चित्रशैलीचा
विचार केला जातो. |
अ |
चित्रकथी |
ब |
मुघल |
क |
युरोपीय |
ड |
मराठा |
उत्तर |
मराठा |
13 |
खालीलपैकी
कोणत्या ठिकाणच्या जुन्या
वाड्यांमध्ये मराठा चित्र
शैलीतील भित्तीचित्रे पहावयास
मिळत नाही. |
अ |
वाई |
ब |
ठाणे |
क |
मेणवली |
ड |
सातारा |
उत्तर |
ठाणे |
14 |
मराठा
चित्रशैलीवर ……… चित्रशैलीचा प्रभाव
पडलेला दिसतो. |
अ |
राजपूत
चित्रशैली |
ब |
मुघल
चित्रशैली |
क |
युरोपीय
चित्रशैली |
ड |
अ
आणि क दोन्ही |
उत्तर |
अ
आणि क
दोन्ही |
15 |
चित्रकला
आणि शिल्पकला यांचा
समावेश …….. मध्ये होतो. |
अ |
दृक्कला |
ब |
ललित
कला |
क |
अ
आणि ब दोन्ही |
ड |
अभिजात
कला |
उत्तर |
दृक्कला |
16 |
चित्रकला
…… असते. |
अ |
एकमितीय |
ब |
व्दिमितीय |
क |
त्रिमितीय |
ड |
यापैकी
नाही. |
उत्तर |
व्दिमितीय |
17 |
भारतामध्ये
……… या राज्यांमध्ये गृहाचित्रे
असलेली स्थळे आहेत. |
अ |
मध्यप्रदेश |
ब |
बिहार |
क |
उत्तराखंड |
ड |
सर्व |
उत्तर |
सर्व |
18 |
गृहाचित्रांमध्ये
……… यांचा समावेश होतो. |
अ |
मनुष्याकृती
|
ब |
प्राणी |
क |
भौमितिक
आकृती |
ड |
सर्व |
उत्तर |
सर्व |
19 |
गृहाचित्रांमध्ये
……… नैसिर्गिक द्रव्यांपासून केलेले
रंग वापरलेले असतात. |
अ |
काळा |
ब |
पांढरा |
क |
लाल |
ड |
वरीलपैकी
सर्व |
उत्तर |
वरीलपैकी सर्व |
20 |
वारली
चित्रकला लोकप्रिय करण्यात
…….. फार मोठा वाटा
आहे. |
अ |
वि.
का. राजवाडे |
ब |
गो.
स.
सरदेसाई |
क |
जिव्या
सोम्या मशे |
ड |
वरीलपैकी
सर्व |
उत्तर |
जिव्या सोम्या मशे |
21 |
सोमेश्वर
या चालुक्य राजाने
लिहिलेल्या …….. ग्रंथात चित्रकथी
परंपरेचे वर्णन आढळते. |
अ |
अभिज्ञानशाकुंतलमिती |
ब |
मानसोल्लास |
क |
अभिलषितार्थचिंतामणी |
ड |
ब
आणि क दोन्ही |
उत्तर |
ब
आणि क
दोन्ही |
22 |
कठपुतळ्या
किंवा चित्राच्या साहाय्याने
रामायण, महाभारतातील कथा
सांगण्याची परंपरा म्हणजे
……… परंपरा. |
अ |
दृक्कला |
ब |
चित्रकथी |
क |
अ
आणि ब दोन्ही |
ड |
वरीलपैकी
नाही. |
उत्तर |
चित्रकथी |
23 |
प्राचीन
भारतीय वाङ्मयामध्ये …….. कलांचा
उल्लेख आहे. |
अ |
66 |
ब |
65 |
क |
64 |
ड |
63 |
उत्तर |
64 |
24 |
हस्तलिखितांमधील लघुचित्रांवर सुरवातीला
……… शैलीचा प्रभाव होता. |
अ |
पर्शियन |
ब |
युरोपीय |
क |
मुघल |
ड |
मराठी |
उत्तर |
पर्शियन |
25 |
मुघल
सम्राट अकबराच्या कारकिर्दीत
पर्शियन आणि भारतीय
चित्रकारांच्या शैलीतून
लघुचित्रशैलीचा उद्य
झाला. |
अ |
पर्शियन |
ब |
मुघल |
क |
युरोपीय |
ड |
मराठी |
उत्तर |
मुघल |
26 |
पुण्यातील
शनिवारवाड्यात सवाई
माधवराव पेशव्यांच्या काळात
….. या स्कॉटिश चित्रकाराच्या नेतृत्वाखाली एक
कलाशाळा स्थापन करण्यात
आली. |
अ |
जेम्स
मिल |
ब |
जेम्स
डफ |
क |
जेम्स
वेल्स |
ड |
यापैकी
नाही. |
उत्तर |
जेम्स वेल्स |
27 |
…….. यांनी
वेरुळ, कार्ले येथील
लेण्यांची चित्रे काढली
आहेत. |
अ |
सवाई
माधवराव |
ब |
नाना
फडणवीस |
क |
गंगाराम
तांबट |
ड |
वरीलपैकी
सर्व |
उत्तर |
गंगाराम तांबट |
28 |
चित्रवस्तूचे हुबेहुब चित्रण
हे ……. चित्रशैलीचे विशेष
वैशिष्ट्य समजले जाते. |
अ |
पाश्चात्त्य |
ब |
मराठी |
क |
चित्रकथी |
ड |
वारली. |
उत्तर |
पाश्चात्त्य |
29 |
शिल्पकला
……….. असते. |
अ |
एकमितीय |
ब |
द्विमितीय |
क |
त्रिमितीय |
ड |
काल्पनिक |
उत्तर |
त्रिमितीय |
30 |
……. लेणे
हे अखंड शिलाखंडातून
कोरलेले अद्वितीय शिल्प
आहे. |
अ |
वेरूळचे
कैलास |
ब |
अंजिठा |
क |
अ
आणि ब दोन्ही |
ड |
वरीलपैकी
एकही नाही. |
उत्तर |
वेरूळचे कैलास |
31 |
……… येथील
अशोकस्तंभाच्या शीर्षावरील
चार सिंहाच्या शिल्पावर
आधारलेले चित्र हे
भारताचे राष्ट्रीय मानचिन्ह
आहे. |
अ |
पुणे |
ब |
सारनाथ |
क |
बोरोबुदुर |
ड |
दिल्ली |
उत्तर |
सारनाथ |
32 |
शिल्पकला
ही …….. काळाइतकी प्राचीन
आहे. |
अ |
अश्मयुगीन |
ब |
मध्ययुगीन |
क |
आधुनिक |
ड |
प्राचीन |
उत्तर |
अश्मयुगीन |
33 |
हडप्पा
संस्कृतीमधील मुद्रा, दगडी
आणि कास्य पुतळे
पाच हजार किंवा
त्यापेक्षा अधिक प्राचीन
असलेलेल्या भारतीय-साक्ष
देताता. |
अ |
चित्रकलेची |
ब |
अभिजात
कलेची |
क |
शिल्पकलेची |
ड |
दृक्कलेची |
उत्तर |
शिल्पकलेची |
34 |
……… येथील
स्तूप प्रथम अशोकाच्या
काळात उभारला गेला. |
अ |
सारनाथ |
ब |
सांची |
क |
बोरोबुदुर |
ड |
दिल्ली |
उत्तर |
सांची |
35 |
……… येथील
स्तूप हा जगातील
सर्वाधिक मोठा स्तूप
आहे. |
अ |
सारनाथ |
ब |
सांची |
क |
बोरोबुदुर |
ड |
दिल्ली |
उत्तर |
बोरोबुदुर |
36 |
इ. स. 1991 साली युनेस्कोने
………. जागतिक वारस्थळ म्हणुन जाहीर केले. |
अ |
कुतुबमिनार |
ब |
बोरोबुदुर |
क |
ताजमहल |
ड |
अंजिठा लेणी |
उत्तर |
बोराबुदुर |
37 |
इ. स. पूर्वी दुसऱ्या
शतकात ……. शिल्पकलाशैली उदयाला आली. |
अ |
मथुरा |
ब |
गांधार |
क |
दोन्ही |
ड |
यापैकी नाही. |
उत्तर |
गांधार |
38 |
मथुरा शिल्पशैली …… काळात
उदयाला आली. |
अ |
कुशाण |
ब |
गुप्त |
क |
राष्ट्रकुट |
ड |
मौर्य |
उत्तर |
कुशाण |
39 |
इ.स. नवव्या ते तेराव्या
शतकात दक्षिण भारतात-घडवण्याची कला विकसित झाली. |
अ |
सुवर्णमूर्ती |
ब |
लाकडीमूर्ती |
क |
कांस्यमूर्ती |
ड |
पाषाणमुर्ती |
उत्तर |
कांस्यमूर्ती |
40 |
भारतात मंदिर स्थापत्याची
सुरुवात …….. साम्राज्याच्या काळात झाली. |
अ |
कुशाण |
ब |
गुप्त |
क |
राष्ट्रकुट |
ड |
मौर्य |
उत्तर |
गुप्त |
41 |
उत्तर भारतात ……… मंदिर
स्थापत्यशैली पहावयास मिळते. |
अ |
नागर |
ब |
द्राविड |
क |
वेसर |
ड |
भूमिज |
उत्तर |
नागर |
42 |
दक्षिण भारतात ……. मंदिर
स्थापत्यशैली पहावयास मिळते. |
अ |
नागर |
ब |
द्राविड |
क |
वेसर |
ड |
भूमिज |
उत्तर |
द्राविड |
43 |
नागर आणि द्राविड या दोन्ही
शैलीतून विकसित झालेल्या मंदिर स्थापत्य शैलीला ……… म्हणतात. |
अ |
नागर |
ब |
द्राविड |
क |
वेसर |
ड |
भूमिज |
उत्तर |
वेसर |
44 |
मध्यप्रदेश आणि महाराष्ट्रात
…….. मंदिरशैली आढळते. |
अ |
नागर |
ब |
द्राविड |
क |
वेसर |
ड |
भूमिज |
उत्तर |
भूमिज |
45 |
…….. मंदिराच्या बाह्य
भिंती तारकाकृती असतात. |
अ |
हेमाडपंती |
ब |
नागर |
क |
द्राविड |
ड |
वेसर |
उत्तर |
हेमाडपंती |
46 |
खालीलपैकी मुस्लिम स्थापत्यशैलीची
उदाहरणे कोणती? |
अ |
कुतुबमिनार |
ब |
ताजमहाल |
क |
गोलघुमट |
ड |
वरीलपैकी सर्व |
उत्तर |
वरीलपैकी सर्व |
47 |
………. याच्या काळात कुतुबमिनार
बांधण्यास प्रारंभ झाला. |
अ |
अल्तमश |
ब |
कुतुबुद्दीन ऐबक |
क |
शहाजहान |
ड |
मोहम्मद आदिलशाहा. |
उत्तर |
कुतुबुद्दीन ऐबक |
48 |
…….. याच्या काळात कुतुबमिनारचे
बांधकाम पूर्ण झाले. |
अ |
अल्तमश |
ब |
कुतुबुद्दीन ऐबक |
क |
शहाजहान |
ड |
मोहम्मद आदिलशाहा. |
उत्तर |
अल्तमश |
49 |
कुतुबमिनार जगातील सर्वात
उंच मिनार असून त्याची उंची …….. मीटर आहे. |
अ |
75 |
ब |
240 |
क |
73 |
ड |
250 |
उत्तर |
73 |
50 |
……. याने त्यची बेगम मुमताजमहल
हिच्या स्मरणार्थ ताजमहाल बांधला. |
अ |
अल्तमश |
ब |
कुतुबुद्दीन ऐबक |
क |
सम्राट शहाजहान |
ड |
मोहम्मद आदिलशाहा. |
उत्तर |
सम्राट शहाजहान |
51 |
………. हे भारतातील मुस्लीम
स्थापत्याच्या सौंदर्याचे अग्रगण्य उदाहरण मानले जाते. |
अ |
कुतुबमिनार |
ब |
ताजमहाल |
क |
गोलघुमट |
ड |
वरीलपैकी सर्व |
उत्तर |
ताजमहाल |
52 |
…….. येथे मोहम्मद आदिलशाहा
याची कबर आहे. |
अ |
कुतुबमिनार |
ब |
ताजमहाल |
क |
गोलघुमट |
ड |
वरीलपैकी सर्व |
उत्तर |
गोलघुमट |
53 |
भारताता ब्रिटीश सत्ता
प्रस्थापित झाल्यानंतर-स्थापत्यशैली उदयाला आली. |
अ |
इंडो-गोथिक |
ब |
इंडो-युरोपीय |
क |
मुघल |
ड |
भारतीय |
उत्तर |
इंडो-गोथिक |
54 |
……. ही इमारत इंडो-गोथिक
स्थापत्यशैलीचे एक उत्कृष्ट उदाहरण आहे. |
अ |
छ. शिवाजी महाराज रेल्वे
टर्मिनस |
ब |
कुतुबमिनार |
क |
ताजमहाल |
ड |
गोलघुमट |
उत्तर |
छ. शिवाजी महाराज रेल्वे
टर्मिनस |
55 |
भरतमुनींनी लिहिलेले
….. हा गायन, वादन, नर्तन नाट्य या कलांच सविस्तर उहापोहा करणारा सर्वाधिक प्राचीन
ग्रंथ समजला जातो. |
अ |
अभिज्ञानशाकंतलमिती |
ब |
नाट्यशास्त्र |
क |
विक्रमोर्वशीयम् |
ड |
रघुवंश |
उत्तर |
नाट्यशास्त्र |
56 |
भारतातील वास्त्रीय गायनाच्या
……… प्रमुख शाखा आहेत. |
अ |
हिंदुस्थानी व कर्नाटक
संगीत |
ब |
शास्त्रीय व उपशास्त्रीय
संगीत |
क |
हिंदुस्थानी व शास्त्रीय |
ड |
कर्नाटक् व उपशास्त्रीय |
उत्तर |
हिंदुस्थानी व कर्नाटक
संगीत |
57 |
……… गायनात लोकगीत शैलींचा
समावेश झालेला दिसतो. |
अ |
हिंदुस्थानी |
ब |
कर्नाटक |
क |
शास्त्रीय |
ड |
उपशास्त्रीय |
उत्तर |
उपशास्त्रीय |
58 |
……… याने पर्शियन भाषेत
‘किताब ए-नवरस’ हा संगीतशास्त्राशी निगडित ग्रंथ लिहिला. |
अ |
मोहम्मद अदिलशाहा |
ब |
सुलतान इब्राहिम आदिलशाह
पहिला |
क |
सुलतान इब्राहिम आदिलशाह
दुसरा |
ड |
मुघल सम्राट बाबर |
उत्तर |
सुलतान इब्राहिम आदिलशाह
दुसरा |
59 |
कलेच्या अभ्यासकांना पुढीलपैकी
कोणत्या क्षेत्रात व्यावसायिक संधी उपलब्ध आहेत? |
अ |
संग्रहालय |
ब |
ग्रंथालय |
क |
पुरातत्तवीय |
ड |
वरीलपैकी सर्व |
उत्तर |
वरीलपैकी सर्व |
60 |
उपयुक्तता हा हेतू ठेवून
कला निर्मिती करणे म्हणजे……… . |
अ |
कलाशैली |
ब |
उपयोजित कला |
क |
उत्तम कलानिर्मिर्ती |
ड |
कलापरंपरा. |
उत्तर |
उपयोजित कला |
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